25.6 C
Jharkhand
Wednesday, July 16, 2025

Contact Us

Happy Birthday Dhoni: 44 साल के हुए धोनी, ना शोर, ना दिखावा..जाने Dhoni के वो बड़े फैसले जिसने सबकुछ बदल दिया

Happy Birthday Dhoni: महेंद्र सिंह धोनी…एक नाम, जो केवल भारतीय क्रिकेट नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में रणनीति, संयम और सफलता का पर्याय बन चुका है। आज जब वह 44 साल के हो गए हैं, तो यह सिर्फ एक जन्मदिन नहीं, बल्कि उस दौर को सलाम करने का दिन है जिसने भारत को क्रिकेट की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।

Jharkhand Weather Alert: भारी बारिश के बाद झारखंड में बाढ़ की चेतावनी, इन जिलों का बाढ़ का अलर्ट जारी

भले ही उन्हें ‘कैप्टन कूल’ कहा जाता हो, लेकिन मैदान पर उनका दिमाग लगातार तेज़ी से चलता था। धोनी की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि उन्होंने जीत के लिए हर संभव निर्णय लिया-चाहे वह खुद की बलि देकर टीम को आगे बढ़ाना हो या कड़े फैसले लेकर भविष्य की नींव डालना।

Happy Birthday Dhoni: धोनी के वो बड़े फैसले जिसने सबकुछ बदलकर रख दिया

Happy Birthday Dhoni: बड़े फैसलों ने बनाया चैंपियन
Happy Birthday Dhoni: बड़े फैसलों ने बनाया चैंपियन
रोहित शर्मा को ओपनर बनाना: दूरदृष्टि की मिसाल

धोनी के सबसे चौंकाने वाले लेकिन सफल फैसलों में से एक था रोहित शर्मा को मिडिल ऑर्डर से हटाकर ओपनिंग कराना। इससे पहले रोहित का करियर उतार-चढ़ाव भरा था, लेकिन धोनी ने उनकी तकनीक और स्ट्रोकप्ले को समझते हुए उन्हें नई भूमिका दी। नतीजा आज सबके सामने है-रोहित भारत के सबसे सफल ओपनर हैं।

Gopal Khemka Murder Case पर राहुल का बड़ा बयान, “क्राइम कैपिटल बन गई है Bihar” और…

खुद की पोजीशन की कुर्बानी: टीम पहले

धोनी ने अपने करियर की शुरुआत नंबर-3 बल्लेबाज़ के रूप में की थी। पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ उनके धमाकेदार शतक इसी क्रम पर आए थे। लेकिन जब उन्होंने कप्तानी संभाली, तो खुद को बैटिंग ऑर्डर में नीचे कर लिया ताकि युवाओं को जिम्मेदारी मिल सके। इसके बावजूद वह दुनिया के सबसे भरोसेमंद फिनिशरों में गिने गए।

त788

सीनियर खिलाड़ियों से कठिन फैसले

किसी भी कप्तान के लिए सबसे मुश्किल होता है अपने सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करना। लेकिन धोनी ने टीम की भलाई के लिए यह कठिन रास्ता चुना। उन्होंने गांगुली, द्रविड़, सहवाग और गंभीर जैसे दिग्गजों को दरकिनार किया और एक युवा टीम बनाई। आलोचना हुई, लेकिन नतीजे ने सबको जवाब दिया-2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीत।

चैंपियंस ट्रॉफी 2013: युवा टीम, बड़ा खिताब
Happy Birthday Dhoni: विश्वकप का वो यादगार छक्का
Happy Birthday Dhoni: विश्वकप का वो यादगार छक्का

2011 के वर्ल्ड कप के बाद धोनी ने धीरे-धीरे टीम को नया रंग देना शुरू किया। उन्होंने अनुभव को दरकिनार कर नए चेहरों को तराशा और 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी भारत की झोली में डाल दी। 2011 विश्व कप में धोनी का वो विजयी छक्का शायद ही कोई भूल सकता है जिसमें धोनी ने छक्क लगाकर भारत को 27 साल के बाद दूसरी बार विश्व चैंपियन बनाया था। ये दिखाता है कि धोनी केवल आज नहीं, आने वाले कल को भी सोचते थे।

Bihar Politics News: चिराग पासवान ने एनडीए को दे दिया बड़ा झटका! कर दिया ये बड़ा ऐलान

टेस्ट से अचानक संन्यास: समय का सही आंकलन

2014 में जब भारत का टेस्ट प्रदर्शन कमजोर हो रहा था, धोनी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने ना कोई शोर मचाया, ना कोई ड्रामा किया। बस समय को पहचाना और नेतृत्व विराट कोहली को सौंप दिया, जिन्होंने टीम को आक्रामकता और जुनून से भर दिया।

आंकड़े नहीं, सोच बनाते हैं लीजेंड

Happy Birthday Dhoni: धोनी का परिवार
Happy Birthday Dhoni: धोनी का परिवार

धोनी ने भारत की कप्तानी करते हुए 332 मैचों में 178 जीत दर्ज की। वह भारत को दो विश्व कप जिताने वाले इकलौते कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 2011 में वनडे विश्व कप का खिताब जीता तो वहीं 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी के चैंपियन बने। 18 महीने तक भारत टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 रहा। उन्हें ICC की डिकेड टीम में जगह मिली और हाल में ‘ICC हॉल ऑफ फेम’ में भी शामिल किया गया।

Latehar News: अपराधियों का तांडव, बिना इजाजत काम किया तो…फिर लगा दी आग-राहुल दुबे गैंग की खुलेआम धमकी से दहशत

लाखों दिलों की धड़कन हैं धोनी

महेंद्र सिंह धोनी के लिए कप्तानी सिर्फ रणनीति नहीं थी, वह एक दर्शन था-‘टीम पहले, मैं बाद में।’ आज जब वह 44 साल के हो चुके हैं, उनका करियर न केवल ट्रॉफियों का सिलसिला है, बल्कि नेतृत्व, त्याग और दूरदृष्टि की सबसे सशक्त मिसाल भी है। आज भले ही उन्होंने अंतराष्ट्रीय मैचो (टेस्ट, वनडे, टी-20) से संन्यास ले लिया हो लेकिन आज भी वो लाखों दिलों की धड़कन हैं। आईपीएल में उनकी एक झलक पाने को लोग बेताब रहते हैं।

रिलेटेड न्यूज़

- Advertisement -spot_img

ताजा खबर