हजारीबाग: पुलिस ने हाल के दिनों में दो बड़ी कार्रवाइयों को अंजाम देकर जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने में बड़ी सफलता हासिल की है। पहली कार्रवाई में अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, वहीं दूसरी कार्रवाई में नक्सलियों की बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए टीपीसी (तृतीय प्रस्तुति कमिटी) के एरिया कमांडर समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
पहला मामला: अवैध हथियार तस्करी का खुलासा
गुप्त सूचना के आधार पर हजारीबाग सदर अनुमंडल पुलिस ने बड़ा बाजार ओपी क्षेत्र के चिश्तिया मोहल्ला में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान मौके से भागने की कोशिश कर रहे दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से अवैध जिंदा कारतूस बरामद हुए।
आरोपियों की निशानदेही पर बिजली ऑफिस के समीप झाड़ियों से एक सफेद झोले में छिपाकर रखे गए अर्धनिर्मित पिस्टल और उसके पुर्जे भी बरामद किए गए। गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह ये हथियार मोहम्मद आरिफ खान उर्फ शेरू को बेचता था, जो श्रीवास्तव ग्रुप से जुड़ा हुआ है।
आरिफ के आवास पर की गई छापेमारी में ₹1,40,000 नगद और एक डायरी बरामद की गई, जिसमें हथियारों की खरीद-फरोख्त, श्रीवास्तव ग्रुप के मुकेश सिंह से लेन-देन और “एनकाउंटर अकाउंट” जैसे कई संदिग्ध विवरण दर्ज थे।
दूसरा मामला: नक्सली साजिश विफल
1 जून को केरेडारी थाना क्षेत्र के पगार ओपी अंतर्गत BGR माइनिंग कंपनी के दो स्कैनिया वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया था। घटना के बाद नक्सलियों ने “कौशल जी” के नाम से पर्चा छोड़कर दहशत फैलाने की कोशिश की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसने त्वरित कार्रवाई करते हुए टीपीसी के एरिया कमांडर अवधेश कुमार उर्फ प्रशांत जी सहित पांच कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार नक्सलियों के पास से एक अमेरिकी AR-15 M4 कार्बाइन राइफल समेत भारी मात्रा में हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी जब्त की गई। पुलिस के मुताबिक, प्रशांत के खिलाफ हत्या, फिरौती और गोलीबारी जैसे कई संगीन मामलों में केस दर्ज हैं
नक्सली हमलों की एक बड़ी साजिश को भी समय रहते विफल
हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि इन दोनों कार्रवाइयों के जरिए न केवल जिले में अवैध हथियारों की आपूर्ति पर बड़ी चोट की गई है, बल्कि संभावित नक्सली हमलों की एक बड़ी साजिश को भी समय रहते विफल कर दिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और आगे की पूछताछ जारी है।
हजारीबाग पुलिस की यह दोहरी सफलता जिले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ा कदम है। त्वरित और निर्णायक कार्रवाइयों ने एक ओर जहां नक्सलवाद के खतरे को कम किया है, वहीं अपराधियों के नेटवर्क को भी तोड़ने में अहम भूमिका निभाई है।
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