जमशेदपुर: रांची स्थित सीरम टोली सरना स्थल के समीप बनाए जा रहे फ्लाईओवर के रैंप को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। आदिवासी संगठनों ने इसे “धार्मिक स्थल पर सीधा हस्तक्षेप” बताया है और इसके विरोध में 4 जून को झारखंड बंद का ऐलान किया है।
बारीडीह में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिरसा सेना के केंद्रीय अध्यक्ष दिनकर कच्छप ने कहा कि यह बंद आदिवासी सम्मान और धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि आदिवासियों की आस्था के प्रतीक स्थलों के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है।
दिनकर कच्छप ने कहा, “आदिवासियों ने पिछली सरकार को इसलिए हटाया था ताकि उनकी पहचान और प्रतिष्ठा की रक्षा हो सके। लेकिन ‘अबुआ सरकार’ भी अब उन्हीं गलतियों को दोहरा रही है।”
प्रमुख आरोप और मांगें:
सीरम टोली सरना स्थल के पास फ्लाईओवर का रैंप हटाया जाए
पारस पहाड़ को पर्यटन स्थल में बदलने पर विरोध
आदिवासी जमीनों की कथित लूट रोकी जाए
सभी सरना स्थलों की कानूनी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
दिनकर कच्छप ने दावा किया कि सरना स्थल की सुरक्षा को लेकर सरकार को कई बार ज्ञापन दिया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में अब फ्लाईओवर उद्घाटन समारोह के विरोध में 4 जून को संपूर्ण झारखंड बंद का निर्णय लिया गया है।
बंद को मिल रहा समर्थन
उन्होंने बताया कि राज्य भर के आदिवासी संगठन इस बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे। इसे एक जन आंदोलन का रूप देने की तैयारी है ताकि सरकार आदिवासी समाज की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान से जुड़े मसलों को गंभीरता से ले।