Ranchi: केंद्र की मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर जहां भाजपा “सफलता के जश्न” का प्रचार कर रही है, वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने इसे जनता की पीड़ा और उपेक्षा का दशक बताया है। पार्टी के केंद्रीय सदस्य और प्रवक्ता डॉ. तनुज खत्री ने एक विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 11 सालों की जगह 11 सवाल देश के सामने रखे हैं — जो आम लोगों की आवाज़, युवाओं की निराशा, किसानों की पीड़ा और आदिवासियों के संघर्ष को उजागर करते हैं।
उन्होंने मोदी सरकार से 11 सवाल पूछते हुए दावा किया कि जनता अब नारे नहीं, न्याय और जवाबदेही चाहती है। उन्होंने कहा कि स्मृति ईरानी को झारखंड भेजकर जश्न मनाने की कोशिश की गई, लेकिन यहां आम लोग भूख, बेरोज़गारी, महँगाई और अन्याय के सवाल पूछ रहे हैं।
JMM के 11 सवाल – गूंजते आरोप
1. आदिवासी-सरना धर्म कोड को संवैधानिक मान्यता क्यों नहीं मिली?
2. मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी क्यों?
3. हसदेव जंगलों की कटाई से आदिवासी और पर्यावरण को खतरे में क्यों डाला?
4. परीक्षा घोटालों (NEET, NET, SSC) से युवाओं की उम्मीदों पर कुठाराघात क्यों?
5. नोटबंदी से हुई मौतों और आर्थिक तबाही पर आज तक माफ़ी क्यों नहीं?
6. तीन कृषि कानून लाकर 700 किसानों की जान जोखिम में क्यों डाली?
7. कोविड दूसरी लहर में ऑक्सीजन और इलाज की किल्लत पर सरकार लापता क्यों रही?
8. गलवान के शहीदों के बाद “ना कोई घुसा” वाला बयान क्या सेना के बलिदान का अपमान नहीं था?
9. महँगाई से आम जनता की रसोई खाली, फिर भी सरकार की ‘तेज़ रफ्तार अर्थव्यवस्था’ की कहानी क्यों?
10. महिला आरक्षण को 2029 तक टालना क्या केवल चुनावी स्टंट नहीं?
11. CBI-ED का विपक्ष को डराने में दुरुपयोग और संसद में संवाद का गला घोंटना — लोकतंत्र का कौन-सा रूप है?
JMM का स्पष्ट संदेश:
डॉ. तनुज खत्री ने कहा, “यह सरकार प्रचार में व्यस्त रही, लेकिन जनता की समस्याओं से दूर रही। अब देश को तय करना है कि वह चमकते नारों में उलझा रहेगा या सच्चाई की दिशा में चलेगा।”उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड के लोग अब केवल विकास की तस्वीरें नहीं, बल्कि जल, जंगल, ज़मीन और अस्मिता की रक्षा के लिए निर्णायक संघर्ष का रास्ता चुनने को तैयार हैं।
JMM का यह बयान न केवल भाजपा के 11 साल के शासन की आलोचना है, बल्कि झारखंड के आने वाले राजनीतिक समीकरणों को भी दिशा देने वाला माना जा रहा है।
इसे बी पढ़े-बिहार विधानसभा चुनाव 2025: एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर शुरू हुई चर्चा, जल्द तय होगा फॉर्म्युलाhttps://www.newsinfolive.com/bihar-election-bihar-assembly-elections-2025-nda-discussed-on-seat-sharing-formula-will-be-decided-soon/