Khunti News: खूंटी जिले में सिमडेगा-खूंटी मुख्य पथ पर पेलोल गांव के पास बनई नदी पर बना पुल 19 जून को भारी बारिश में टूट गया था। इसके बाद से आसपास के गांवों के लोगों के लिए यह गंभीर समस्या बन गई है। खासकर स्कूली बच्चों को जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ रही है। प्रशासन की ओर से अब तक कोई तात्कालिक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे ग्रामीणों में रोष है।
पुल टूटने के बाद ग्रामीणों ने बांस की सीढ़ी लगाकर आना-जाना शुरू किया था, लेकिन प्रशासन ने इसे सुरक्षा कारणों से हटा दिया। प्रशासन ने 12 से 50 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी है, लेकिन यह रास्ता व्यावहारिक नहीं है। सुनगी, रोड़ो, अंगराबारी, बिचना, जापूत और गम्हरिया समेत आसपास के गांवों के करीब 150 बच्चे रोज नदी पार कर स्कूल जाते हैं। कई अभिभावक बच्चों को पीठ पर बिठाकर नदी की धार पार करते हैं।
जल्द से जल्द पुल बनाने की उठी मांग
एसडीओ अरविंद कुमार ओझा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोई भी नदी पार न करे और इसके लिए सुरक्षा बलों की तैनाती भी की गई है। बावजूद इसके, ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि वैकल्पिक मार्ग लंबा, समयसाध्य और अव्यवहारिक है। प्रशासन ने पुल के बगल में अस्थायी डायवर्सन बनाने की योजना बनाई है और पथ निर्माण विभाग इस दिशा में काम कर रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द डायवर्सन निर्माण और सुरक्षित आवागमन की व्यवस्था करने की मांग की है।