Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को राजधानी रांची में झारखंड मिल्क फेडरेशन के तहत स्थापित होने वाले मेधा मिल्क पाउडर प्लांट का शिलान्यास किया। इस अवसर पर राज्यभर से आए किसानों और दुग्ध उत्पादकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने खेती और पशुपालन को राज्य की आर्थिक रीढ़ बताया।
“खेती को बनाएँ सम्मानजनक व्यवसाय” – मुख्यमंत्री का युवाओं से आह्वान
मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि कृषि और पशुपालन आज भी सबसे टिकाऊ और लाभकारी व्यवसाय हैं। उन्होंने राज्य के युवाओं से अपील की कि वे नौकरी की तलाश में भटकने के बजाय खेती और डेयरी को सम्मानजनक व्यवसाय मानकर अपनाएं।
एमएस धोनी का उदाहरण देकर किया प्रेरित
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का उदाहरण देते हुए कहा- जब एक अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने खेतों में उत्पादन कर विदेशों में उसे निर्यात कर सकता है, तो हम, जो परंपरागत रूप से खेती करते आ रहे हैं, क्यों नहीं कर सकते?
उन्होंने कहा कि कृषि को यदि आधुनिक तकनीक और सोच के साथ अपनाया जाए, तो यह स्वावलंबन का मजबूत माध्यम बन सकता है।
दूध उत्पादन और प्लांट से जुड़े लाभ गिनाए
शिलान्यास के मौके पर मुख्यमंत्री ने बताया कि यह प्लांट राज्य में दूध संग्रहण, प्रोसेसिंग और विपणन को नया आयाम देगा। इससे एक ओर जहां किसानों को बेहतर मूल्य मिलेगा, वहीं राज्य की डेयरी इंडस्ट्री को भी मजबूती मिलेगी।