Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक बार फिर से राजनीतिक सूझबूझ का परिचय देते हुए सिरमटोली फ्लाईओवर को वरिष्ठ आदिवासी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. कार्तिक उरांव के नाम पर समर्पित करने की घोषणा की है। यह फैसला एक ओर झारखंड की आदिवासी विरासत को सम्मान देने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर हाल के विरोध प्रदर्शनों को भी एक सधा हुआ जवाब।
दरअसल, 4 जून को झारखंड बंद के दौरान पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता गीताश्री उरांव को इसी फ्लाईओवर के रैंप निर्माण के विरोध में गिरफ्तार किया गया था। अब सरकार ने उसी फ्लाईओवर को उनके पिता कार्तिक उरांव के नाम पर कर एक मजबूत राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है।
उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा, “हम अपने पूर्वजों को सम्मान देना अपना कर्तव्य मानते हैं। आदिवासी समाज ने राज्य निर्माण से लेकर इसके विकास में अहम भूमिका निभाई है और हम उनकी विरासत को संरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” यह कदम न केवल आदिवासी समाज को साधने की एक रणनीति है, बल्कि हालिया विरोधों को सम्मानजनक तरीके से शांत करने का प्रयास भी है।
कार्तिक उरांव न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे देश में आदिवासी अधिकारों की आवाज रहे हैं। उनके नाम पर फ्लाईओवर का नामकरण एक प्रतीकात्मक निर्णय है, जो राज्य की राजनीतिक दिशा को भी प्रभावित कर सकता है।
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