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Ranchi : सावन का अंतिम सोमवार झारखंड में आस्था और भक्ति की अनुपम छवि लेकर आया। राज्यभर के शिवालयों में तड़के से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। विशेषकर जमशेदपुर और देवघर के मंदिरों में ‘हर हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। भक्तों ने शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, फूल, धतूरा और भांग अर्पित कर शिव की आराधना की।
देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम, जो बारह ज्योतिर्लिंगों में शामिल है, में आज का दिन बेहद खास रहा। लाखों श्रद्धालु, विशेषकर कांवड़िए, सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर यहां पहुंचे। भक्तों की कतारें मंदिर परिसर से लेकर 18 किलोमीटर दूर कुमैठा तक फैली रहीं। श्रद्धालुओं का यह उत्साह श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक बना रहा।
प्रशासन की ओर से भी व्यवस्था चाक-चौबंद
इस बार सावन का अंतिम सोमवार गणेश चतुर्थी के संयोग के साथ आया, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया। मंदिर के तीर्थ पुरोहित पंडित दुर्लभ मिश्र के अनुसार, इस शुभ योग में भगवान शिव और गणेश की संयुक्त आराधना से जीवन के सभी विघ्न दूर होते हैं और रुके कार्यों में सफलता मिलती है।
प्रशासन की ओर से भी व्यवस्था चाक-चौबंद रही। अनुमान के मुताबिक आज करीब साढ़े तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। सावन के इस पावन दिन पर देवघर समेत पूरे झारखंड में शिवभक्ति की अद्भुत छटा देखने को मिली।












