Hazaribagh: हजारीबाग जिले के बरकट्ठा प्रखंड स्थित तुर्कबाद गांव के राजेश रजक ने JPSC में 271वीं रैंक हासिल कर न सिर्फ जेल सेवा में चयन पाया, बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम भी रौशन किया है। राजेश की यह उपलब्धि संघर्ष, आत्मविश्वास और अटूट संकल्प का प्रतीक बन गई है।
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JPSC Result: कई वर्षो पहले सर से उठा पिता का साया
गरीबी और कठिन परिस्थितियों के बीच पले-बढ़े राजेश के पिता स्वर्गीय राजू रजक का वर्षों पहले निधन हो गया था। उनकी मां सरकारी विद्यालय में रसोइया का काम कर किसी तरह परिवार का भरण-पोषण करती थीं। आर्थिक तंगी के बावजूद मां ने बेटे के सपनों को टूटने नहीं दिया।
JPSC Result: हजारीबाग कॉलेज से इंग्लिश ऑनर्स में स्नातक
राजेश ने प्रारंभिक पढ़ाई तुर्कबाद मिडिल स्कूल से की और फिर गैड़ा हाई स्कूल से मैट्रिक पास किया। हजारीबाग कॉलेज से इंग्लिश ऑनर्स की पढ़ाई के दौरान वे एक निजी स्कूल में शिक्षक बनकर पढ़ाई का खर्च खुद उठाने लगे। कोरोना लॉकडाउन के समय उन्होंने रांची में डिलीवरी बॉय की नौकरी भी की, लेकिन पढ़ाई से नाता नहीं तोड़ा।
दूसरे प्रयास में 271वीं रैंक
पहले प्रयास में मेंस परीक्षा से चूकने के बावजूद राजेश ने हार नहीं मानी। दूसरी बार उन्होंने शानदार वापसी करते हुए 271वीं रैंक के साथ सफलता प्राप्त की। उनकी मां ने कहा, “हमने कभी हार नहीं मानी, और बेटे ने हमें गौरव दिलाया।”
गांव में जश्न का माहौल
गांव में जश्न का माहौल है। मुखिया, शिक्षक और ग्रामीणों ने राजेश की कामयाबी को पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत बताया है। इस बार JPSC में बरकट्ठा के दो युवाओं की सफलता ने क्षेत्र में उम्मीद और उत्साह की नई लहर पैदा कर दी है।












