Jharkhand News: झारखंड में नौ साल से लंबित झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) को लेकर हाइकोर्ट ने राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। बुधवार को जस्टिस आनंद सेन की अदालत में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए सवाल किया कि आखिर 2016 के बाद से अब तक JETET का आयोजन क्यों नहीं किया गया। अदालत ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस परीक्षा को लेकर उदासीन रवैया जारी रखा, तो वह शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाने को मजबूर हो जाएगी।
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Jharkhand News: पिछले नौ वर्षों से नहीं हुआ है JTET
कोर्ट ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह को 25 सितंबर को सुबह 10:30 बजे व्यक्तिगत रूप से पेश होकर जवाब देने का निर्देश दिया है। यह मामला हरिकेश महतो समेत 401 अभ्यर्थियों द्वारा दायर याचिका से जुड़ा है।
याचिकाकर्ताओं की ओर से अधिवक्ता अपराजिता भारद्वाज और कुशल कुमार ने दलील दी कि पिछले नौ वर्षों से JETET नहीं होने के कारण हजारों अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना अधूरा रह गया। उनका कहना था कि सरकार ने बिना TET आयोजित किए ही 26,001 प्रशिक्षित सहायक आचार्य की नियुक्ति प्रतियोगी परीक्षा से शुरू कर दी, जो संविधान के अनुच्छेद 14 और 16 का उल्लंघन है। अगली सुनवाई 25 सितंबर को होगी, जिसमें यह तय हो सकता है कि राज्य सरकार JETET कराने की दिशा में आगे बढ़ेगी या नहीं।












