Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच मतदाता सूची से बड़े पैमाने पर नाम हटाए जाने से सियासी माहौल गर्म हो गया है। विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के तहत राज्य भर में करीब 65 लाख मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट सूची से हटा दिए गए हैं। अकेले समस्तीपुर जिले में 2.83 लाख 922 मतदाताओं को सूची से बाहर कर दिया गया है।
Highlights:
जिला निर्वाचन पदाधिकारी रोशन कुशवाहा के अनुसार, समस्तीपुर में पहले कुल 31.45 लाख मतदाता सूची में थे। पुनरीक्षण के दौरान हटाए गए नामों में से 78 हजार को मृत पाया गया, 1.25 लाख अन्यत्र स्थानांतरित हो गए, जबकि 45–48 हजार मतदाता अपने पते पर नहीं मिले। जिनका नाम सूची में नहीं है, वे ईपिक नंबर के जरिए कारण जान सकते हैं।
Bihar News: वोट चोरी की साजिश-विपक्ष का सवाल
विपक्ष ने इस कार्रवाई को “वोट चोरी की साजिश” बताते हुए सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि सुनियोजित तरीके से विपक्षी मतदाताओं को निशाना बनाकर सूची से बाहर किया गया है। वहीं, चुनाव आयोग का कहना है कि यह प्रक्रिया पारदर्शिता और सफाई के तहत की गई है, ताकि मृत, फर्जी और स्थानांतरित मतदाताओं को हटाया जा सके।
Bihar Politics News: ‘प्रधानमंत्री की यात्राओं से घबरा गया है विपक्ष’ चिराग पासवान का विपक्ष पर हमला
सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट सूची सार्वजनिक की, जिसमें खुलासा हुआ कि राज्यभर में हटाए गए नामों में 22 लाख मृत, 36 लाख स्थानांतरित और करीब 7 लाख फर्जी पाए गए। सबसे ज्यादा नाम पटना (3.95 लाख) से हटाए गए हैं।
चुनाव से ठीक पहले इतनी बड़ी संख्या में नाम कटने से सवाल उठ रहे हैं कि इसका असर किस राजनीतिक दल पर पड़ेगा। विपक्ष जहां इसे लोकतंत्र पर हमला बता रहा है, वहीं सत्तापक्ष इसे आवश्यक सुधार बता रहा है।












