Ranchi: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की संयुक्त स्नातक स्तरीय (JSSC CGL) परीक्षा से जुड़े घोटाले की जांच अब उच्च अधिकारियों की विशेष जांच टीम (SIT) को सौंपी गई है। डीजीपी अनुराग गुप्ता के आदेश पर गठित इस नई टीम का नेतृत्व झारखंड जगुआर के आईजी अनूप बिरथरे करेंगे। इसके अलावा सीआईडी के डीआईजी चंदन कुमार झा और एससीआरबी के डीआईजी वाईएस रमेश भी इसमें शामिल किए गए हैं।
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इससे पहले मामले की जांच सीआईडी कर रही थी। जनवरी 2025 से शुरू हुई जांच में सीआईडी अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। आरोप है कि एक संगठित गिरोह ने लगभग 28 अभ्यर्थियों को नेपाल ले जाकर उनसे उत्तर रटवाए और भारी रकम वसूली। हालांकि जांच में अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि परीक्षा का प्रश्नपत्र वास्तव में लीक हुआ था या नहीं।
JSSC CGL: जांच का प्रभार एसपी हरदीप पी जनार्दनन को सौंपा गया
मामले की गंभीरता को देखते हुए अब इसकी जांच का प्रभार एसपी हरदीप पी जनार्दनन को सौंपा गया है। पहले यह जिम्मेदारी डीएसपी रैंक के अधिकारी के पास थी।
झारखंड हाईकोर्ट में इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई थी। सुनवाई के दौरान अदालत ने सीआईडी द्वारा दाखिल शपथ पत्र पर असंतोष जताया और कहा कि जांच में ठोस प्रगति नहीं हुई है। इसके बाद ही उच्च अधिकारियों की नई एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया गया।
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नई जांच टीम से उम्मीद की जा रही है कि वह तेजी से तथ्यों को सामने लाएगी और यह स्पष्ट करेगी कि परीक्षा प्रक्रिया कितनी पारदर्शी थी। अब राज्यभर के अभ्यर्थियों की निगाहें इस एसआईटी पर टिकी हैं, ताकि घोटाले से जुड़ी पूरी सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को कड़ी सजा मिल सके।












