Ranchi Crime News: झारखंड की राजधानी रांची में नशे के कारोबार के खिलाफ पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। खास बात यह है कि इस कार्रवाई की सूचना पुलिस को एक पूर्व अफीम तस्कर ने दी, जो अब सुधार की राह पर है। इसी के आधार पर पुलिस ने तुपुदाना ओपी क्षेत्र के वास्तु विहार इलाके से दो अफीम तस्करों को रंगे हाथों धर दबोचा।
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Ranchi Crime News: पूर्व तस्कर बना पुलिस का मुखबिर
रांची के डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि पुलिस की तस्करों के प्रति चल रही काउंसलिंग मुहिम का यह सीधा और सकारात्मक असर है। एक समय पर अफीम की तस्करी में लिप्त रहे व्यक्ति ने अब अपराध छोड़कर पुलिस का सहयोगी बनने का फैसला किया है। उसकी दी गई सूचना पर हटिया डीएसपी प्रमोद मिश्रा और तुपुदाना ओपी की टीम ने एक विशेष अभियान चलाया।
ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थे
सूचना के अनुसार, दो संदिग्ध व्यक्ति एक मोटरसाइकिल पर वास्तु विहार कैंपस के पास अफीम बेचने के लिए ग्राहक का इंतजार कर रहे थे। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो दोनों तस्कर भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें पकड़ लिया गया। उनकी पहचान कैलाश मुंडा और सुगना मुंडा के रूप में हुई है, जो खूंटी जिले के निवासी हैं।
Ranchi Crime News: खूंटी से लाए थे अफीम, जमीन पर की थी खेती
पूछताछ में दोनों ने कबूला कि वे अपने ही खेत में अफीम की खेती करते हैं और उसे संसाधित कर गाढ़ा अफीम बनाते हैं, जिसे बेचने के लिए रांची लाया गया था। पुलिस ने उनके पास से कुल 1.7 किलोग्राम अफीम बरामद किया, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों रुपये मूल्य की होती है।
नशे के जाल में उलझा झारखंड का युवा
पुलिस अधिकारी सिन्हा के अनुसार, अफीम का इस्तेमाल ब्राउन शुगर और अन्य खतरनाक नशीले पदार्थ बनाने में होता है। यह युवाओं के जीवन को बर्बाद कर रहा है। इसलिए पुलिस अब केवल गिरफ्तारी तक सीमित नहीं, बल्कि तस्करों के पुनर्वास और काउंसलिंग की ओर भी ध्यान दे रही है।












